सभी भावो के अशुभ चन्द्रमा का उपाय.
सूर्य के समान चन्द्रमा को भी प्रभावशाली
और महत्वपूर्ण माना गया है. भाव में अपनी स्थिति एवं युति एवं ग्रहों की दृष्टि के
अनुसार यह शुभ और मंदा फल देता है.
-जब चन्द्रमा पर शुक्र, बुध, शनि, राहु केतु की दृष्टि
होती है तो मंदा फल होता है जबकि इसके विपरीत चन्द्र की दृष्टि इन ग्रहों पर होने
से ग्रहों के मंदे फल में कमी आती है और शुभ फल मिलता है.चन्द्र के घर का स्थायी ग्रह शत्रु होने पर भी मंदा फल नहीं देता है.चन्द्रमा अगर भाव में किसी
शत्रु ग्रह के साथ हो तब दोनों नीच के हो जाते हैं जिससे चन्द्रमा का शुभ फल नहीं
मिलता है.लाल किताब में भाव नम्बर 1, 4, 7 और 10 को बंद मुट्ठी का घर कहा गया है.इन घरो में स्थित ग्रह अपनी दशा में
व्यक्ति को अपनी वस्तुओं से सम्बन्धित लाभ प्रदान करते हैं.
सभी भावो के
लिये अशुभ चन्द्रमा का उपाय :
चन्द्रमा अशुभ हो तो इसे शुभ बनाये
रखने हेतु उपाय करना चाहिए और मंदा होने पर उपचार करना चाहिए.
·
भाव एक
में चन्द्रमा की शुभता के लिए बुजुर्ग स्त्री की सेवा करनी चाहिए एवं उनसे
आशीर्वाद लेना चाहिए.वट वृक्ष की जड़ को जल से सींचन करना चाहिए.
·
भाव दो
चन्द्रमा के लिए 40 से 43 दिनों तक कन्याओं को हरे रंग का कपड़ा देना
चाहिए
·
भाव तीन
में चन्द्रमा के उपचार हेतु गेहूं और गुड़ का दान करना चाहिए.
·
भाव चार
में मंदे चन्द्रमा के लिए चन्द्र की वस्तु जैसे चावल, दूध, दही,
मोती, सफेद वस्त्र घर में रखना चाहिए,
·
चन्द्रमा
पंचम स्थान पर मंदा हो उन्हें बुध की वस्तुएं जैसे हरे रंग का कपड़ा, पन्ना घर में नहीं रखना चाहिए
इससे परेशानी बढ़ती है
·
भाव छ:
में चन्द्रमा की शुभता के लिए रात्रि के समय दूध का सेवन नहीं करना चाहिए.दूध से
बने पदार्थ का सेवन किया जा सकता है.
·
सातवें
स्थान की शुभता के लिए ऐसा कोई कार्य नहीं करना चाहिए जिससे माता को कष्ट हो.
·
आठवे
स्थान की शुभता के लिए बड़ों का आशीर्वाद एवं चरणस्पर्श लाभप्रद होता है.
·
नवम स्थान
में चन्द्रमा के उपचार हेतु मंगल की वस्तुएं जैसे लाल वस्त्र, मसूर की दाल, शहद का दान करना चाहिए.
·
दसवें भाव
में चन्द्रमा मंदा होने पर उपचार हेतु चन्द्र की वस्तु घर में रखना लाभप्रद होता
है.केले के वृक्ष में जल देने से भी लाभ मिलता है.
बुध की वस्तुएं जैसे मूंग की दाल,
हरे रंग का कपड़ा व पन्ना घर में नहीं लाना चाहिए.
·
द्वादश
स्थान में चन्द्रमा के मंदे फल से बचाव हेतु बड़ों का आशीर्वाद ग्रहण करना
चाहिए.चांदी के बर्तन में दूध पीने से चन्द्रमा शुभ रहता है.
No comments:
Post a Comment